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उत्तर प्रदेश नया मंत्रिमण्डल 2025 में कौन क्या है ? | UP mantrimandal updated list 2025 in hindi

उत्तर प्रदेश विधानमण्डल परिचयः भारत देश में कुल 28 राज्यों में से 6 राज्य ( आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश) ऐसे हैं जिन राज्यों में द्विसदन प्रणाली लागू है उनमें से उत्तर प्रदेश भी है जहाँ दो सदन हैं विधान सभा और विधान परिषद । उत्तर प्रदेश विधान सभा में कुल (403+1 एंग्लो इंडियन सदस्य = 404 ) सीटें हैं अर्थात 403 सदस्य निर्वाचित होकर विधानसभा पहुँचते हैं और 1 आंग्ल भारतीय सदस्य राज्यपाल द्वारा मनोनीत होकर विधान सभा पहुंचता है। जबकि विधान परिषद में कुल 100 सीटें ( 38 - विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से, 36 - स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र से, 8 - शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से, 8 - स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से, 10 - मनोनीत सदस्य =  कुल 100 सदस्य ) हैं, जिनका निर्वाचन अप्रत्यक्ष रूप से होता है।  अभी हाल ही में 18वीं विधान सभा के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 255 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने में कामयाब रही। तो आइए अब हम आपको  इस नयी सरकार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्रि...

चौपाई छंद की परिभाषा उदाहरण सहित | Chaupai chhand with example in hindi

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चौपाई क्या है ?           दोस्तों अगर आपको हिंदी व्याकरण में जानना चाहते हैं कि चौपाई क्या है ?  what is chaupai in hindi तो हम आपको बता दें कि चौपाई एक प्रकार का छंद होता है, छंद को हम अंग्रेजी में METRES   कहते हैं। छंद के कई भेेेद होते हैंं जैसे- दोहा, सोरठा, कुुंडलिया आदि इन्ही भेदो में से चौपाई भी एक प्रकार का छंद होता है। हिंदी साहित्य में महाकवि तुलसीदास से पूर्व भी चौपाई छंद का प्रयोग कवियों ने किया हैं जिनमें मालिक मुहम्मद जायसी  का नाम उल्लेखनीय है, जायसी  ने अपनी कृति पद्मावत में चौपाई का प्रयोग किया था।  चौपाई छंद की परिभाषा : " चौपाई एक सम मात्रिक छंद होता है, चौपाई में चार चरण होते हैं  और प्रत्येक चरण में १६-१६ मात्राएँ होती हैं चौपाई के अंत में गुरु (S) होता है । " चौपाई छंद का उदाहरण :                             अगर हम चौपाई छंद के उदाहरण की बात करें  तो बहुत सारे हमारे धार्मिक ग्र...

Nobel Prize winners 2021 in hindi | नोबेल पुरस्कार 2021, विजेताओं की पूरी लिस्ट देखें

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नोबेल पुरुस्कार 2021:  नोबेल पुरस्कार 2021, विजेताओं की पूरी लिस्ट देखें नोबेल पुरस्कार की स्थापना  1895  में सर अल्फ्रेड नोबेल की याद में की गई थी। यह पुरस्कार शोध के क्षेत्र   में उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों एवं संस्थाओं को दिया जाता है। इस पुरस्कार के रूप में पदक और प्रशस्ति-पत्र के साथ  इनामी राशि प्रदान की जाती है। इनामी राशि किस वर्ष कितनी देना है यह नोबेल फॉउण्डेशन तय करता है, 2021 के लिए 1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर ( 10.0 million    Swedish kronor)  की इनामी राशि प्रदान की जाएगी।   नोबेल पुरस्कार आमतौर पर भौतिकी , रसायन विज्ञान , शरीर विज्ञान/चिकित्सा , शांति , साहित्य और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में दिए जाते हैं।  अर्थशास्त्र नोबेल की शुरआत कब हुई- पहली बार 1901 में ये पुरस्कार भौतिकी , रसायन , चिकित्सा , साहित्य और शांति के क्षेत्र में दिया गया था। उसके बाद वर्ष  1969 में इसमें अर्थशास्त्र को भी जोड़ दिया गया था।   अब हम यहां नोबेल पुरस्कार के बारे में कुछ रोचक तथ्य साझा कर रह...

Indian medal list at Tokyo Paralympics 2020 in hindi | पैरालंपिक 2021 भारत पदक सूची और 1968 से अब तक पैरालम्पिक में भारत की स्थिति

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पैरालंपिक  2021 भारत पदक सूची और 1968 से अब तक पैरालम्पिक में भारत की स्थिति: India at Tokyo Paralympics 2020 पैरालंपिक खेलों का इतिहास दोस्तों, पैरालंपिक खेल वर्ष 1948 में अस्तित्व में आया, जब 1948 के लन्दन ओलम्पिक खेलों के उद्घाटन समारोह के दिन, डॉ. गुट्टमैन ने दिव्यांगों के लिए पहली बार प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस खेल का नाम उन्होंने " स्टोक मैन्डविल " रखा। जो पैरालंपिक खेलों के लिए वरदान साबित हुआ, इस खेल में कुल 16 घायल सैनिक और महिलायें शामिल थीं, जिन्होंने तीरंदाजी में हाथ अजमाया था। इसी "स्टोक मैन्डविल खेल" को बाद में पैरालंपिक खेल का नाम दे दिया गया, जिसको पहली बार इटली के रोम शहर में वर्ष 1960 में आयोजित किया गया था, जिसमे 23 देशों के 400 प्रतिभागी शामिल हुए थे। तभी से प्रत्येक चार वर्ष में ओलम्पिक खेलों के तुरंत बाद ही पैरालम्पिक खेल आयोजित होते आये हैं। पैरालंपिक शीतकालीन खेलों को पहली बार स्वीडन में आयोजित 1976  के खेलों से शुरू किया गया था। पैरालंपिक  गेम्स  International Paralympic Committee  द्वारा शासित होते हैं अर्थात यही कमेटी...

[2021] How to pass driving test | ड्राइविंग लाइसेंस की परीक्षा कैसे पास करे | लर्निंग लाइसेंस कंप्यूटर टेस्ट 100 % पास करे

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दोस्तों एक फिर से स्वागत है एजुकेशन संसार में, मैं आज आपको बताऊंगा कि  2021 में  ड्राइविंग लाइसेंस की परीक्षा कैसे पास करे ? वो भी एकदम आसान भाषा में।       इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद बिना किसी को एक रूपये दिए आप आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस की कंप्यूटर टेस्ट परीक्षा पास कर लेंगे। सबसे पहले आपको ड्राइविंग लाइसेंस की परीक्षा के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। इसके बाद आपको RTO OFFICE में जाकर आपको कंप्यूटर में परीक्षा देना पड़ता है, और अगर आप पास हो जाते हैं तो आपको लर्निंग लाइसेंस प्राप्त हो जाता है। हालाँकि बहुत सारे लोग बिना खुद को जाँचे  परीक्षा देने चले जाते हैं और परिणाम यह होता है कि वह फेल हो जाते हैं। तो आइये पहले जानते हैं DL के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न  और फिर बताते हैं पास करने का तरीका।  ड्राइविंग लाइसेंस ( लर्निंग ) की फीस कितनी है ? (Driving licence ki fees) लर्निंग लाइसेंस बनवाने की फीस 350/- रुपये है।  ड्राइविंग लाइसेंस ( लर्निंग ) की वैद्यता कितनी है  ? (Driving licence ki validity) लर्निंग लाइसे...

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