Nobel Prize winners 2021 in hindi | नोबेल पुरस्कार 2021, विजेताओं की पूरी लिस्ट देखें


नोबेल पुरुस्कार 2021: नोबेल पुरस्कार 2021, विजेताओं की पूरी लिस्ट देखें

नोबेल पुरस्कार की स्थापना 1895 में सर अल्फ्रेड नोबेल की याद में की गई थी। यह पुरस्कार शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों एवं संस्थाओं को दिया जाता है। इस पुरस्कार के रूप में पदक और प्रशस्ति-पत्र के साथ इनामी राशि प्रदान की जाती है। इनामी राशि किस वर्ष कितनी देना है यह नोबेल फॉउण्डेशन तय करता है, 2021 के लिए 1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10.0 million  Swedish kronor) की इनामी राशि प्रदान की जाएगी। नोबेल पुरस्कार आमतौर पर भौतिकी, रसायन विज्ञान, शरीर विज्ञान/चिकित्सा, शांति, साहित्य और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में दिए जाते हैं। 

अर्थशास्त्र नोबेल की शुरआत कब हुई-

पहली बार 1901 में ये पुरस्कार भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्र में दिया गया था। उसके बाद वर्ष 1969 में इसमें अर्थशास्त्र को भी जोड़ दिया गया था। 

अब हम यहां नोबेल पुरस्कार के बारे में कुछ रोचक तथ्य साझा कर रहे हैं, और नवीनतम नोबेल पुरस्कार विजेताओं की वर्ष 2021 की सूची प्रदान कर रहे हैं जिसकी हाल ही में घोषणा की गई है-

Nobel Prize 2021
Nobel Prize 2021
 

कौन थे अल्फ्रेड नोबेल :

अल्फ्रेड नोबेल एक रसायनशास्त्री और इंजीनियर थे। उन्होंने डाइनामाइट नामक विस्फोटक का आविष्कार किया था। डाइनामाइट का आविष्कार करने पर अल्फ्रेड ने कहा था कि "मेरा डायनामाइट दुनिया में शांति के लिए होने वाले हजारों सभाओं से भी जल्दी शांति ला देगा"। चूँकि डाइनामाइट एक विस्फोटक है, इसीलिए दुनिया ने उन्हें जुनूनी वैज्ञानिक ("पागल वैज्ञानिक") का नाम दे दिया था। और आज विश्व का सबसे प्रतिष्ठित पुरुष्कार उन्ही के नाम पर दिया जाता है। अल्फ्रेड नोबेल का जन्म 21 अक्टूबर 1833 को स्वीडन के स्टॉकहोम में हुआ था। उत्तरी यूरोप में एक ऐसा युग आया जिसमें स्वीडन एक महान शक्ति था। नोबेल कई भाषाओं में पारंगत थे, और उन्होंने कविताएं और नाटक भी लिखा। नोबेल सामाजिक और शांति से संबंधित मुद्दों में भी बहुत रुचि रखते थे, और उनके विचार ऐसे थे जिन्हें उनके समय में कट्टरपंथी माना जाता था। अल्फ्रेड नोबेल के हित उनके द्वारा स्थापित पुरस्कार में परिलक्षित होते हैं। 10 दिसंबर 1896 को इटली में अल्फ्रेड नोबेल पंचतत्व में विलीन हो गए। 

भौतिकी में नोबेल पुरस्कार 2021:

इस वर्ष (2021) के लिए, रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने "जटिल भौतिक प्रणालियों की हमारी समझ में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए" युकुरो मानेबे, क्लॉस हैसलमान और जियोर्जियो पेरिस को भौतिकी में नोबेल पुरस्कार देने का फैसला किया है। युकुरो मानेबे और क्लॉस हैसलमान को संयुक्त रूप से "पृथ्वी की जलवायु के भौतिक मॉडलिंग, परिवर्तनशीलता की मात्रा निर्धारित करने और ग्लोबल वार्मिंग की मज़बूती से भविष्यवाणी करने" के लिए भौतिकी में 2021 के नोबेल पुरस्कार के आधे से सम्मानित किया गया है। जियोर्जियो पेरिसी को "परमाणु से ग्रहों के पैमाने तक भौतिक प्रणालियों में विकार और उतार-चढ़ाव की बातचीत की खोज के लिए" भौतिकी में 2021 नोबेल पुरस्कार के आधे से सम्मानित किया गया है।

रसायन विज्ञान में नोबेल पुरुस्कार 2021:

अणुओं का निर्माण एक कठिन कला है। बेंजामिन लिस्ट और डेविड मैकमिलन को आणविक निर्माण के लिए एक सटीक नए उपकरण के विकास के लिए रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है। ऑर्गेनोकैटलिसिस, इसका फार्मास्युटिकल अनुसंधान पर बहुत प्रभाव पड़ा है, और रसायन विज्ञान को हरित बना दिया है।

फिजियोलॉजी या चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार 2021:

फिजियोलॉजी या मेडिसिन में 2021 का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से डेविड जूलियस और अर्डेम पटपाउटियन को "तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की उनकी खोजों के लिए" से सम्मानित किया गया है। उनकी खोजों ने हमारे आंतरिक और बाहरी वातावरण को महसूस करने, व्याख्या करने और बातचीत करने की हमारी क्षमता के लिए, गर्मी, ठंड और यांत्रिक बल को महसूस करने के लिए आणविक आधार की व्याख्या करके प्रकृति के रहस्यों में से एक को खोल दिया है।

साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2021:

2021 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार उपन्यासकार अब्दुलरज्जाक गुरनाह को "उपनिवेशवाद के प्रभावों और संस्कृतियों और महाद्वीपों के बीच की खाई में शरणार्थी के भाग्य के बारे में उनकी अडिग और करुणामय पैठ के लिए" प्रदान किया गया है।

गुरनाह का जन्म 1948 में हुआ था और हिंद महासागर में ज़ांज़ीबार द्वीप पर पले-बढ़े लेकिन वह 1960 के दशक के अंत में एक शरणार्थी के रूप में इंग्लैंड पहुंचे। उनके दस उपन्यास और कई लघु कथाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं।

शांति का नोबेल पुरस्कार 2021:

शांति के लिए नोबल पुरस्कार 2021, दो पत्रकार मारिया रेसा और दमित्री मुराटोव को प्रदान किया गया है। ये पत्रकार क्रमशः रूस और फिलीपींस से हैं। इनको मुख्य रूप से बहुत ही प्रतिकूल परिस्थितियों में भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उनकी लड़ाई के लिए शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार 2021:

रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने अर्थशास्त्र का नोबेल पुरुस्कार 2021 में एक आधा डेविड कार्ड को "श्रम अर्थशास्त्र में उनके अनुभवजन्य योगदान के लिए" और दूसरा आधा संयुक्त रूप से जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स को "कारण संबंधों के विश्लेषण में उनके पद्धतिगत योगदान के लिए" देने का निर्णय लिया है

नोबेल पुरुस्कार के कुछ रोचक और महत्वपूर्ण तथ्य 

  • फ़्रेडरिक सेंगर एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने वर्ष 1958 और 1980 में दो बार रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार जीता है।
  • नोबेल फाउंडेशन की स्थापना 1900 में हुई थी, नोबेल पुरुस्कारों का प्रशासकीय कार्य नोबेल फाउंडेशन देखता है। 

  •  नोबेल पुरुस्कार में जो पदक मिलता है वह 23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक होता है। पदक के एक ओर नोबेल पुरस्कार के जनक अल्फ्रेड नोबेल की फोटो, उनके जन्म तथा मृत्यु की तारीख लिखी होती है और पदक की दूसरी तरफ यूनानी देवी "आइसिस" की फोटो, रॉयल अकादमी ऑफ साइंस स्टॉकहोम तथा पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति के बारे में जानकारी होती है।

  • सबसे काम उम्र में नोबेल पुरुस्कार प्राप्त करने का रिकार्ड पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई के नाम है। मलाला की उम्र मात्र 17 वर्ष थी जब उनको इस पुरुस्कार से नवाजा गया। भारत के कैलाश सत्यार्थी और मलाला यूसुफजई को संयुक्त रूप से वर्ष 2014 में शांति पुरुष्कार से नवाजा गया था। 

  • सबसे ज्यादा उम्र में नोबेल पुरुस्कार पाने का रिकार्ड रसायन के क्षेत्र में वर्ष 2019 में नोबेल पुरुष्कार पाने वाले जान गुडइनफ के नाम है।

  • नोबेल प्राइज पाने वाली पहली महिला मैरी क्यूरी हैं।   

  • एकमात्र महिला, मैरी क्यूरी, को दो बार नोबेल पुरुष्कार मिला पहली बार भौतिकी में नोबेल पुरस्कार 1903 और दूसरी बार रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार 1911 से सम्मानित किया गया है।

नोबेल प्राइज पाने वाले भारतीय

नोबेल प्राइज पाने वाले भारतीय
Indian Nobel Prize Winner list

नोबेल पुरुस्कार वाले पहले भारतीय रवींद्रनाथ टैगोर हैं जिनको उनकी पुस्तक गीतांजलि के लिए वर्ष 1913 में साहित्य का नोबेल मिला था। 

एशिया के प्रथम नोबेल पुरुस्कार विजेता का क्या नाम है  :

रवींद्रनाथ टैगोर एशिया और भारत के पहले व्यक्ति हैं जिनको नोबेल प्राइज सबसे पहले दिया गया। 

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धन्यवाद। 


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